Zohran Mamdani Story जोहरान ममदानी की जीत से अमेरीका में सियासी उबाल

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Zohran Mamdani Story : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जबरदस्त आलोचक जोहरान ममदानी न्यूयॉर्क के मेयर पद हेतु प्राईमरी मेंबर बन गए हैं। उनकी लोकप्रियता चुनाव के दौरान इतनी चरम पर पहुंच गई थी कि विरोधी पार्टी के नेता ने चुनाव से पहले ही हार मान ली थी उन्होंने ममदानी को इस्लामी कट्टरपंथी बताते हुए न्यूयॉर्क के लोगों को गुमराह करने की काफी कोशिश की लेकिन उनकी एक भी नहीं चली और ममदानी भारी मतों से चुनाव में विजय हो गए।

भारतीय अमेरिकी मूल के 33 वर्षीय Zohran ममदानी ने न्यूयॉर्क शहर के मेयर पद हेतु डेमोक्रेटिक प्राईमरी चुनाव में जीत हासिल करके भारत और अमेरिका में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। यदि यह नवंबर 2025 में होने वाले मुख्य चुनाव में जीत हासिल कर लेते हैं तो वह भारतीय मूल के पहले अमेरिकी मेयर बनकर इतिहास रच देंगे उनकी यह उपलब्धि अमेरिका के सबसे बड़े शहर न्यूयार्क में न केवल ऐतिहासिक बदलाव लाएगी बल्कि भारतीय अमेरिकी मूल के लोगों के लिए एक गर्व का क्षण साबित होगी।

Zohran ममदानी कौन है

भारत की फिल्म निर्माता व पदम श्री से सम्मानित मीरा नायर के बेटे हैं जोहरान ममदानी। इनका जन्म 18 अक्टूबर 1991 को युगांडा की राजधानी कंपाला में भारतीय मूल के माता-पिता के घर हुआ था उनकी मां मीरा नायर विश्व प्रसिद्ध भारतीय अमेरिकी फिल्म निर्माता है । मीरा नायर को सलाम बॉम्बे, द मॉनसून वेडिंग, द नेमसेक जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है। उनके पिता मोहम्मद ममदानी कोलंबिया विश्वविद्यालय में उत्तर औपनिवेशिक अध्ययन के प्रोफेसर और एक प्रसिद्ध मार्क्सवादी विद्वान है । 7 साल की उम्र में Zohran अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में बस गए और आगे का जीवन यही बीता।

Zohran Mamdani Story

जोहरान ने बाउडिंग कॉलेज मेन से अफ्रीकन स्टडीज में डिग्री हासिल की। न्यूयॉर्क के प्रिंस में निम्न आय वाले लोगों हेतु आवास सलाहकार के रूप में काम किया इस अनुभव ने उन्हें सामाजिक और आर्थिक न्याय के मुद्दों से लड़ने हेतु प्रेरित किया। हिप हॉप सीन के लिए भी प्रसिद्ध हुए यह यंग कार्डमम और श्री कार्डोमोम नाम से रैप करते थे। उनकी दादी को समर्पित एक सॉन्ग नानी उनके मेयर अभियान के दौरान बहुत ज्यादा वायरल हुआ और चर्चा का बिंदु बन गया था।

Zohran का राजनीतिक सफर

Zohran मामदानी ने 2020 में न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली के लिए कविंस के एस्टोरिया एरिया से चुनाव जीता और डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट के रूप में अपनी पहचान बनाई। 2025 के न्यूयॉर्क मेयर चुनाव में उन्हें डेमोक्रेटिक प्रायमरी में पूर्व गवर्नर एंड्रयू कोओमो को हराकर अमेरिका में हलचल मचा दी थी। न्यूयॉर्क शहर के चुनाव बोर्ड के अनौपचारिक परिणाम के अनुसार Zohran को 43.5 परसेंटेज वोट मिले जबकि कोमो को 36% वोट प्राप्त हुए।

उनकी यह जीत इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि कोओमो एक अनुभवी और प्रभावशाली राजनेता रहे हैं जो यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद 2021 में इस्तीफा देने के बाद राजनीतिक वापसी की कोशिश कर रहे थे लेकिन उनकी वापसी का सपना पूरी तरह से तोड़ते हुए जोहरान ने जीत का परचम लहरा दिया।

Zohran की प्रचार रणनीति प्रगतिशील विचारों पर केंद्रित रही उन्होंने फ्री बस सेवा, सस्ते आवास, यूनिवर्सल चाइल्ड केयर और सिटी के स्वामित्व वाली किराना दुकानों के नेटवर्क जैसे वादे लोगों से किए जो लाभ कमाने के बजाय कम कीमतों पर ध्यान केंद्रित करते हैं उनकी नीतियों को न्यूयॉर्क के युवाओं और निम्न आय वाले समुदायों ने खूब समर्थन दिया।

विवादित बोल और आलोचना

Zohran ममदानी ने 2020 में न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली के लिए क्वींस के स्टीरियो एरिया से चुनाव जीता इनकी जीत ने समर्थकों में जबरदस्त उत्साह भरा वही उनकी कुछ टिप्पणियां और तल्ख बोल ने विवाद भी खड़ा कर दिया उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना इजरायल के बेंजामिन नेतन्याहू से की और 2002 के गुजरात दंगों को लेकर उनकी भारी आलोचना की जिससे यह भारतीय मूल के हिंदू लोगों के निशाने पर आ गए इसके अलावा 2020 में टाइम्स स्क्वायर पर राम मंदिर समारोह के विरोध प्रदर्शन में उनकी मौजूदगी ने कुछ हिंदू समुदायों में भारी नाराजगी पैदा कर दी थी भारतीय अमेरिकी नेता जेनिफर राजकुमार ने उनकी टिप्पणियों को विभाजनकारी बताते हुए कड़ी आलोचना की थी

राष्ट्रपति ट्रंप ने Zohran ममदानी पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें 100% कम्युनिस्ट पागल कहकर उनकी आवाज, बुद्धिमत्ता और उनके कट्टर रूप की कड़ी आलोचना की भारतीय अभिनेत्री और सांसद कंगना रनौत ने भी इन्हें पाकिस्तान कहकर संबोधित किया और उनकी हिंदू पहचान पर सवाल उठाए। इसके अलावा कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी उनकी टिप्पणियों को लेकर सोशल मीडिया पर रोष व्यक्त किया ममदानी ने इन आलोचना का जवाब देते हुए कहा कि वेदर और विभाजन की राजनीति के खिलाफ एक जुटता की दिशा में काम कर रहे हैं मेरे विरोध में लोगों ने जो कहा वह बिल्कुल बकवास है और मैं उनकी परवाह नहीं करता।

Zohran ने चुनाव प्रचार के दौरान हिंदी और उर्दू का मिला-जुला उपयोग करके दक्षिणी एशियाई समुदायों के बीच अपनी लोकप्रियता को चरम पर पहुंचा दिया। उन्होंने अमिताभ बच्चन की फिल्म दीवार के डायलॉग का इस्तेमाल कर मतदाताओं को अपनी और आकर्षित होने पर मजबूर कर दिया। उनकी नीतियां शहर की बढ़ती महंगाई और सामाजिक असमानता जैसे मुद्दों पर केंद्रित रही है।

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