Rajasthan school building : राजस्थान में एक सरकारी स्कूल की बिल्डिंग गिरने से बहुत बड़ा हादसा हो गया है झालावाड़ जिले में एक सरकारी स्कूल की बिल्डिंग का हिस्सा गिरने से अब तक प्राप्त समाचार के अनुसार सात बच्चों की मौत हो गई है हादसे मैं 28 बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए हैं मनोहर थाना ब्लॉक के पीपलोदी सरकारी स्कूल का एक क्लास रूम बारिश के बीच पूरी तरह से ढह गया।
बरसात का सीजन शुरू होने से पहले ही स्कूल का प्रशासन क्षतिग्रस्त भवनों की सूची मांग रहा था फिर भी इतनी बड़ी लापरवाही सामने आई है इस क्लास रूम में सातवीं क्लास के 35 बच्चे बैठे थे सभी मलबे में दब गए टीचर्स और ग्रामीणों की मदद से सभी घायलों को बाहर निकाल गया है मनोहर थाना अस्पताल के डॉक्टर कौशल लोढ़ा ने बताया कि 35 बच्चों को अस्पताल लाया गया था इनमें से पांच बच्चों की पहले ही मौत हो चुकी थी।
गंभीर घायल 11 बच्चों को झालावाड़ जिला अस्पताल रेफर किया गया इस दौरान एक और बच्चे ने दम तोड़ दिया घटना को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने दुख जताया वहीं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी घटनास्थल पर आज जाने वाले हैं।
Rajasthan school विभाग की बड़ी लापरवाही
प्रतिवर्ष नए शिक्षा सत्र में स्कूल खुलते ही क्षतिग्रस्त भवनों की सूचनाएं एकत्रित की जाती है लेकिन इसके बावजूद झालावाड़ के इस सरकारी विद्यालय द्वारा क्षतिग्रस्त भवन की सूचना नहीं भेज कर ऐसे भवन में बच्चों को बैठाना अपराध से कम नहीं है।
झालावाड़ जिला कलेक्टर के मुताबिक स्कूल शिक्षा विभाग को पहले ही निर्देश दे दिए गए थे कि जो भी जर्जर भवन हो वहां स्कूलों की छुट्टी कर दी जाए लेकिन खुद कलेक्टर कह रहे हैं कि ना तो यह स्कूल झज्जर भवन की सूची में था और ना ही यहां बच्चों की छुट्टी की गई थी।
इसी स्कूल में पढ़ने वाली एक बच्ची वर्ष राज क्रांति ने बताया कि छत गिरने से पहले कंकर गिर रहे थे बच्चों ने बाहर खड़े टीचर्स को इसकी जानकारी भी दी लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया और थोड़ी ही देर में सबकी आंखों के सामने यह भवन गिर गया।
ग्रामीण जनों के मुताबिक इस विद्यालय में कुल 7 कक्षा कक्ष है हादसे के दौरान स्कूल के दो कक्षा कक्ष में 71 बच्चे थे जिस कक्षा कक्ष में हादसा हुआ उसमें सातवीं क्लास के बच्चे पढ़ाई कर रहे थे स्कूल में दो शिक्षक भी मौजूद थे लेकिन हादसे के दौरान दोनों शिक्षक भवन के बाहर खड़े थे।
Rajasthan school हादसे पर प्रतिक्रिया
जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने बताया कि Rajasthan school building हादसे के बारे में ज्यादा जानकारी आप लोगों के पास है जो भी बच्चे दबे हुए थे उन सभी को निकाल लिया है कुछ अस्पताल में है और जो कम घायल हुए उन्हें घर पहुंचा दिया है इस तरीके के हादसे को रोकने के लिए हम दृढ़ संकल्प है भविष्य में कोई हादसा नहीं हो इसकी हम पूरी कोशिश करेंगे।
शिक्षा विभाग को मानसून से पहले ही निर्देश दे दिए गए थे कि कोई भी ऐसा स्कूल हो जहां पर इस तरीके के हादसा होने की संभावना हो तो तुरंत विभाग को बताया जाए और उन क्षतिग्रस्त भवन में या तो बच्चों को नहीं बिठाये या बारिश के समय बच्चों की छुट्टी कर दी जाए लेकिन यहां पर ऐसा नहीं हुआ यह शिक्षकों की या स्कूल प्रशासन की बहुत बड़ी लापरवाही है।
गंभीर घायलों को झालावाड़ के जिला अस्पताल रेफर किया गया मां-बाप रोते हुए अपने मासूम बच्चों को गोद में लेकर इधर-उधर भागते दौड़ते नजर आए ताकि उनके बच्चे का समय पर इलाज हो और उनकी जान बच सके लेकिन समाचार लिखे जाने तक 7 बच्चों की इस दर्दनाक हादसे में मौत हो चुकी थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एक्स हैंडल पर झालावाड़ में हुए Rajasthan school building हादसे पर दुख जताया और इन बच्चों का तुरंत व सही तरीके से इलाज करने के निर्देश प्रदान किए और यह चेतावनी भी दी कि भविष्य में इस प्रकार का कोई हादसा नहीं हो विभाग इसकी जिम्मेदारी तय करें।