BARC Scientist Raj Pandey : प्रतापगढ़ जिले के मेधावी युवा राज पांडेय ने भाभा अटॉमिक रिसर्च सेंटर में साइंटिस्ट के रूप में चयनित होकर जिले व प्रदेश का गौरव बढ़ाया है उनकी उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ा दी है राज रानीगंज कैथौला स्थित श्री कृष्णा संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रबंधक अजीत आनंद पांडेय के पुत्र है।
राज ने कड़ी मेहनत, लगन और अपनी प्रतिभा के दम पर यह मुकाम हासिल किया है उनकी इस सफलता ने साबित कर दिया कि छोटे शहरों के युवा भी उचित अवसर और मेहनत के बल पर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकते हैं बाबा परमाणु अनुसंधान केंद्र जो भारत के परमाणु अनुसंधान का प्रमुख केंद्र है मैं साइंटिस्ट के रूप में चयनित होना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है।
BARC मे चयनित होने पर लगा बधाइयों का तांता
कांग्रेस नेता और राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने राज पांडे की इस उपलब्धि पर खुशी प्रकट करते हुए उन्हें हार्दिक बधाई दी उन्होंने कहा राज ने अपनी मेहनत और प्रतिभा से न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे प्रतापगढ़ जिले का नाम रोशन किया है यह उपलब्धि युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगी मैं उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उत्तरोत्तर प्रगति की बधाई देता हूं।
स्थानीय लोगों और शिक्षकों ने भी राज पांडे की इस उपलब्धि पर गर्व प्रकट किया उनके शिक्षकों के अनुसार राज बचपन से ही मेधावी और अनुशासित विद्यार्थी रहे हैं उनकी यह सफलता नई पीढ़ी को विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगी।
BARC क्या है ?
बार्क का हिंदी में मतलब होता है भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र( Bhabha Atomic Research Center). यह भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के अंतर्गत एक प्रमुख अनुसंधान केंद्र है जिसका मुख्यालय मुंबई महाराष्ट्र में है इसकी स्थापना 1954 में हुई थी तब इसका नाम एटॉमिक एनर्जी एस्टेब्लिशमेंट, ट्रॉम्बे था।
इसका प्रमुख कार्य परमाणु विज्ञान, इंजीनियरिंग और संबंधित क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देना है यह भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और देश में परमाणु ऊर्जा के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है इसके पहले अध्यक्ष डॉक्टर होमी जहांगीर भाभा थे इसलिए बाद में इस केंद्र का नाम भाभा के सम्मान में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र कर दिया गया।