Lawrence Bishnoi Warns Kuldeep : अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा का विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है अब इस विवाद में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई भी कूद गया है पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया के समर्थन में लॉरेंस की सोशल मीडिया पोस्ट का स्क्रीनशॉट सामने आया है जिसमें उसने महासभा में तानाशाही चलने पर एक व्यक्ति को अंजाम पहुंचने की धमकी दी है।
डॉन लॉरेंस बिश्नोई का यह पोस्ट किस अकाउंट से किया गया है यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है और ना ही हमारा चैनल इसकी पुष्टि करता है कथित पोस्ट में लॉरेंस ने लिखा है कि एक व्यक्ति ने बिश्नोई महा सभा को अपने चंगुल में फंसा रखा है और तानाशाह की तरह महासभा चला रहा है मैं और मेरे साथी उस तानाशाह को खत्म करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं क्योंकि उसने बूड़िया जैसे सज्जन व्यक्ति से बदतमीजी की थी।
Lawrence Bishnoi की पोस्ट पर प्रतिक्रिया
इस पूरे मामले पर कुलदीप बिश्नोई के करीबी मोहित शर्मा का कहना है कि कुलदीप बिश्नोई को इस तरह की कोई धमकी नहीं मिली है यह एक राजनीतिक साजिश है ऐसे कुलदीप बिश्नोई डरने वाले नहीं है। कुलदीप बिश्नोई समाज के अगुआ है और रहेंगे उनके पिताजी के नेतृत्व में समाज ने इतनी ज्यादा उन्नति की ।
महासभा विवाद को लेकर देवेंद्र बूड़िया ने आरोप लगाया था कि अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के लिए कुलदीप बिश्नोई के करीबियों ने मुझे बंधक बनाने की साजिश रची थी इसी विवाद के बीच 24 जनवरी को बूड़िया के खिलाफ आदमपुर में रेप का केस दर्ज हुआ 29 जून को बूड़िया को गिरफ्तार कर लिया गया कल कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है।
Lawrence Bishnoi ने अपनी पोस्ट मे क्या लिखा
पोस्ट की शुरुआत में गैंगस्टर लॉरेंस ने लिखा श्री गुरु जंभेश्वर भगवान की जय! प्रभु श्री रामचंद्र जी के चरणों में नमन! गुरुदेव के चरणों में नमन। सभी माता-पिता को मेरा प्रणाम भाई बहनों को मेरा प्यार मैं लॉरेंस बिश्नोई राष्ट्रीय जीव रक्षा युवा मोर्चा अध्यक्ष पिछले कुछ दिनों से देश-विदेश के सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हो रही है कि बिश्नोई समाज में महासभा जो कि समाज हित में कार्य करती है उसका जो चुनाव सर्व समिति से होना चाहिए वह नहीं हो रहा है।
लॉरेंस ने आगे लिखा कि उस चुनाव को एक व्यक्ति ने इस तरह अपने चंगुल में फंसा रखा था कि उसकी बात मानी जाती थी और वह तानाशाह की तरह महासभा चलता है हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया ने यह निर्णय लिया कि समाज का चुनाव समाज के मौलिक अधिकारों से ही होना चाहिए और सर्व समाज जिसे मिलकर अध्यक्ष पद के लिए चुनेगा वही महा सभा का अध्यक्ष होगा।
लॉरेंस ने आगे लिखा कि समाज हित के लिए कभी भी ऐसे तानाशाह को खत्म करने के लिए वह किसी भी हद तक जाना पड़ा तो मैं और मेरे साथी ऐसी घटना को अंजाम तक पहुंचाने के लिए हमेशा तैयार रहेंगे। समाज में रहकर सामाजिक कार्य नहीं करके जो समाज के साथ तानाशाही करेगा, वह चाहे कोई भी हो अंजाम को करने के लिए तैयार रहना होगा।