Operation Sindhu in Iran : ईरान इजरायल युद्ध में अचानक अमेरिका की एंट्री से दुनिया भर के देश भयभीत हो गए हैं। भारत भी इससे अछूता नहीं रहा। कल तड़के भारतीय समय अनुसार 4:30 बजे अमेरिका ने ईरान पर बड़ा मिसाइल अटैक किया और लगातार बड़े-बड़े बम बरसाए जिससे ईरान के तीन न्यूक्लियर प्लांट तबाह हो गए। और ईरान में हाहाकार मच गया। ईरान में भारतीय आबादी बड़ी संख्या में रहती है। भारतीय समुदाय के लोग अपने बिजनेस और पढ़ाई के सिलसिले में ईरान में बसे हुए हैं।
अब ईरान इजरायल युद्ध निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है। दोनों तरफ से मिसाइल हमले जारी है। जहां इजराइल और अमेरिका मिलकर ईरान को निशाना बना रहे हैं वहीं ईरान अकेला इजराइल पर भारी पड़ रहा है। भारत सरकार की चिंता बढ़ते तनाव को लेकर है क्योंकि दोनों देशों में रह रहे भारतीय समुदाय के लोग इससे बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं।
भारत सरकार ने युद्धग्रस्त ईरान से अपने समुदाय के लोगों को निकालने के लिए Operation Sindhu चलाया है। ईरान इजरायल संघर्ष के बीच ऑपरेशन सिंधु के तहत अब तक कुल 1117 भारतीयों को निकाला जा चुका है। मशहद शहर से एक और प्लेन शनिवार की रात 290 नागरिकों को लेकर नई दिल्ली पहुंचा। इससे पहले शाम 4:30 बजे भी 310 नागरिकों का जत्था दिल्ली पहुंचा था।
Operation Sindhu क्या है ऑपरेशन सिंधु
युद्धग्रस्त ईरान से भारतीय समुदाय के लोगों को निकालने हेतु भारत सरकार द्वारा चलाए गए अभियान का नाम है ऑपरेशन सिंधु। ईरान की सरकार ने भी भारत के ऑपरेशन सिंधु को सहयोग दिया है। ईरान ने अपने एयर स्पेस पर लगी पाबंदी को हटाकर भारत के करीब 1000 नागरिकों को निकालने की इजाजत दी थी। इनमें से ज्यादातर छात्र हैं जिन्हें ईरान की राजधानी तेहरान से माशहद शहर लाया गया। अब इन्हें तीन चार्टेड फ्लाइट के जरिए भारत लाया जाएगा। यह फ्लाइट्स ईरानी एयरलाइन माहान ने चलाई है।
भारत सरकार की ओर से Operation Sindhu के तहत यह सारी व्यवस्थाएं की गई है। ईरानी दूतावास में मिशन के उप प्रमुख मोहम्मद जवाद हुसैनी ने बताया की जरूरत पड़ी तो आने वाले दिनों में और ज्यादा फ्लाइट्स चला कर प्रत्येक भारतीय समुदाय के लोगों को वापस अपने देश सुरक्षित लाया जाएगा ।
Operation Sindhu के तहत अब तक क्या कार्यवाही हुई
ऑपरेशन सिंधु के तहत अब तक कुल 1117 भारतीयों को सुरक्षित अपने देश लाया जा चुका है, वहीं 20 जून को रात 2 बैच में 407 भारतीय लौटे थे। रात 10:30 बजे की फ्लाइट में 190 कश्मीरी छात्रों समेत 290 लोगों की वापसी हुई थी और आज शनिवार रात 11:30 बजे 290 नागरिकों को लेकर एक और फ्लाइट नई दिल्ली पहुंची है इस प्रकार कुल 1117 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।
19 जून को 110 छात्र आर्मेनिया और दोहा के रास्ते भारत पहुंचे थे। ईरान से दिल्ली पहुंचने पर यात्रियों ने वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाए। कुछ लोग भावुक भी हुए उनकी आंखों में आंसू आ गए। कुछ ने जमीन पर माथा टेका और अपनी मातृभूमि को चूमा।
ऑपरेशन सिंधु पर लोगों की प्रतिक्रिया
ऑपरेशन सिंधु पर लोगों लोगों ने अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं व्यक्त की। कुछ लोग भावुक होकर रोने लगे तो कुछ लोग अपनों से मिलकर इतने खुश हुए कि उनकी आंखों में आंसू आ गए। कुछ लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए तो कुछ ने प्यार से अपनी मातृभूमि की मिट्टी को चूमा। आईए जानते हैं लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रिया है क्या रही ?
- मोहम्मद अशफाक नाम के व्यक्ति ने बताया अपने देश लौटकर अच्छा लग रहा है। वहां भारतीय दूतावास में हमारी अच्छी देखभाल की मैं उनका शुक्रिया अदा करता हूं।
- मुश्ताक नाम के व्यक्ति ने कहा मैं कश्मीर से हूं। ईरान में हालात ठीक नहीं है। हम भारत सरकार, कश्मीर प्रशासन और दूतावास के शुक्रगुजार है।
- सैयद निहाल हैदर : भारत वापस आकर बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। जब हम वहां थे तो लगा जैसे फंस गए हैं। लेकिन भारत सरकार ने हमारे लिए अच्छे इंतजाम किए।
- एलिया बातूल नाम की महिला ने बताया मेरा परिवार बहुत परेशान था। यहां आकर हमें सुकून मिला ।भारत सरकार का बहुत-बहुत धन्यवाद।
- प्रयागराज की रहने वाली अलमास रिजवी ने कहा हमें अच्छे होटल में रहने की जगह दी गई। समय पर लंच डिनर सब कुछ दिया गया। अपने देश वापस आकर अच्छा लग रहा है। भारतीय दूतावास ने हमारी बहुत मदद की। भारत सरकार ने हमारी अच्छी देखभाल की। हमें यह एहसास भी नहीं होने दिया कि हम युद्ध जैसी स्थिति में रह रहे थे।
कुल मिलाकर Operation Sindhu अब तक सफल साबित हो रहा है लेकिन सभी भारतीयों को अब तक वापस नहीं लाया जा सका है। जिनके परिजन ईरान में ही रह गए हैं उन लोगों को चिंता हो रही है। उन्होंने भारत सरकार से गुहार लगाई है कि वह जल्द से जल्द प्रत्येक भारतीय व्यक्ति को ईरान से सुरक्षित निकालने में मदद करें।