CIBIL Score Check Here : सिबिल स्कोर के बारे में आपने कभी ना कभी तो अवश्य सुना ही होगा और आप इससे भलीभांति परिचित भी होंगे कि सिबिल स्कोर आम आदमी और वीआईपी सबके लिए कितना जरूरी होता है. य़ह एक ऐसा ब्रह्मास्त्र है जो बैंक जाते ही आपको 10 मिनट में लोन दिलवा सकता है. सिबिल स्कोर किस प्रकार से अपना काम करता है. अगर आपको इस बारे मे ज्यादा जानकारी नहीं है तो आज हम इस आर्टिकल में आपको सिबिल स्कोर के बारे में बताएंगे और विस्तार से चर्चा करेंगे.
सिबिल स्कोर अक्सर कई बार सुनने में आने वाला शब्द है और जब किसी भी प्रकार के लोन की आवश्यकता होती है तो सबसे पहले हमारे ध्यान में सिबिल स्कोर आता है और सिबिल स्कोर जितना बेहतरीन होगा उतना ही लोन ज्यादा मिलने का चांस बनता है. यदि सिबिल स्कोर आपका डाउन है तो बैंक लोन देने से आपको मना भी कर सकती है.
सिबिल यानी क्रेडिट इनफॉरमेशन ब्यूरो भारत की एक प्रचलित क्रेडिट कंपनी है. यह व्यक्तियों और कंपनियों के लोन और क्रेडिट कार्ड से संबंधित भुगतान का रिकॉर्ड अपने पास सुरक्षित रखती है और इस आधार पर सिबिल क्रेडिट स्कोर तैयार करता है. उसे हम सिबिल स्कोर के नाम से जानते हैं.
CIBIL Score Check Here सिबिल स्कोर की आवश्यकता
सिबिल स्कोर तीन अंको की संख्या का होता है. यह 300 से लेकर अधिकतम 900 तक का स्कोर दर्शाता है. जिसमें 300 अंक सबसे न्यूनतम सिबिल स्कोर होता है और 900 अंक सबसे अधिकतम सिबिल स्कोर होता है. इस आधार पर व्यक्ति के क्रेडिट और ऋण से संबंधित भुगतानों की जानकारी और भुगतान का समय व जिम्मेदारियां को दर्शाया जाता है.
लोन लेने के लिए बैंक और वित्तीय संस्थान किसी भी व्यक्ति को लोन देने से पहले उसके सिबिल स्कोर की जांच करती है और अच्छा सिबिल स्कोर होने पर ही उसको लोन देती है एवं लोन से संबंधित प्रक्रिया आगे बढ़ती है. इसके अतिरिक्त ब्याज दर यदि सिविल स्कोर अच्छा है तो कम लगेगी और लोन राशि भी अधिक मिलने की संभावना रहती है. अच्छा सिविल स्कोर होना बैंक का एक सकारात्मक संदेश है और वह उसे बेहतरीन शर्तों पर लोन उपलब्ध करवा देते हैं.
इसके अलावा क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली कंपनियां भी क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर्ता का सबसे पहले सिविल स्कोर ही चेक करती है और अच्छा स्कोर वाले व्यक्ति को आसानी से क्रेडिट कार्ड मिल जाता है. उसे अधिक क्रेडिट लिमिट भी मिलती है. कुछ बड़ी कंपनियां भी है जो व्यक्ति का सबसे पहले सिबिल स्कोर ही चेक करती है. जिससे उनको यह ज्ञात होता है कि वह व्यक्ति कितना जिम्मेदारी पूर्वक और विश्वसनीय व्यक्ति हो सकता है.
CIBIL Score Check Here सिबिल स्कोर कैसे बनता है
आपको बता दें कि सिबिल स्कोर कई कारकों पर निर्भर करता है और यह क्रेडिट व्यवहार को दर्शाता है. जिसमें कई मुख्य कारण शामिल होते हैं जिसके आधार पर एक आम आदमी का सिबिल स्कोर तैयार होता है. तो आईए जानते हैं वह कौन से कारक है जो सिविल स्कोर को अच्छा बनाते हैं_
- भुगतान संबंधी इतिहास ( Payment History ) : यह सिबिल स्कोर का सबसे पहला कारक है जिसमें व्यक्ति अपने लोन राशि को किस समय अवधि के दौरान चुकता है और एमीवे क्रेडिट कार्ड के बिलों का भुगतान समय पर किया या नहीं, देर से भुगतान या पेमेंट ड्यू होने पर आपके सिबिल स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. इससे स्पष्ट होता है कि आप जिम्मेदार व्यक्ति नहीं है.
- Credit Utilization Ratio ( CUR ) : यदि आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट 1 लाख है और आपने रुपए 30000 खर्च किए हैं तो आपका CUR 30% है. आमतौर पर CUR 30 परसेंट से कम अच्छा माना जाता है और उच्च CUR यह संकेत देता है कि आप क्रेडिट पर बहुत अधिक निर्भर है परंतु इससे आपके जिम्मेदार व्यक्ति होने को दर्शाया जाता है.
- आपके क्रेडिट का इतिहास जितना लंबा होगा उतना ही बेहतरीन परदर्शन आपके क्रेडिट स्कोर पर और सिविल स्कोर पर पड़ेगा. आपका इसको लगभग 15% हिस्सा इस पर निर्भर करना होता है.
- इसके अलावा आप होम लोन, कार लोन और असुरक्षित पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड का मिश्रण होना भी एक अच्छा सिबिल माना जाता है इसका हिस्सा 10% तक होता है.
CIBIL Score की श्रेणियां
यदि आपने पिछले 36 महीने में किसी भी प्रकार की कोई क्रेडिट से संबंधित लेनदेन या गतिविधियां नहीं की है तो वहां पर आपको क्रेडिट इतिहास नहीं मिलेगा और आपका सिबिल स्कोर भी नहीं बनेगा. इस स्थिति का मतलब यह नहीं है कि आपका सिविल स्कोर खराब है. बस आपके पास मूल्यांकन के लिए पर्याप्त डाटा उपलब्ध नहीं है.
यदि आपका सिविल 300 से लेकर 549 के बीच है तो आपका सिविल स्कोर खराब है और इसमें सुधार की आवश्यकता है. ऐसे व्यक्ति को लोन या क्रेडिट कार्ड मिलना मुश्किल होता है. ऐसे व्यक्ति को सिबिल स्कोर में सुधार करने की सख्त आवश्यकता होती है.
अगर आपका सिविल स्कोर 550 से लेकर 649 के बीच है तो आपका स्कोर अच्छा नहीं है. लेकिन एक सामान्य से थोड़ा कम है. इस स्थिति में आपको लोन मिल भी सकता है और नहीं भी. यदि लोन मिलेगा तो ब्याज दरें अधिक होगी एवं इसके नियम और शर्तें भी बहुत ही सख्त हो सकती है.
यदि आपका सिबिल स्कोर 650 से लेकर 749 के भीतर है तो यह स्कोर बहुत ही अच्छा माना जाता है. अधिकांश लोन प्राप्त कर्ता के लिए ऐसे स्कोर वाले व्यक्ति को लोन और क्रेडिट कार्ड देने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. हालांकि ब्याज दरें सर्वोत्तम नहीं भी हो सकती है. लेकिन इसमें आपको आसानी से लोन व क्रेडिट कार्ड मिल जाता है.
यदि आपका सिबिल स्कोर 750 से लेकर 900 के बीच है तो सबसे बेहतरीन सिबिल स्कोर माना जाएगा. 750 से ऊपर का कोई भी स्कोर बहुत अच्छा ही माना जाता है और ऐसे व्यक्तियों को आसानी से लोन व क्रेडिट कार्ड मिल जाते हैं. एवं उनकी ब्याज दर भी बहुत ही कम होती है. सुविधा और शर्तें भी बहुत ही सरल उपलब्ध करवाई जाती है.
CIBIL Score Check Here सिबिल स्कोर कैसे चेक करें
CIBIL Score Check Here_ अगर आप अपने सिविल स्कोर की रिपोर्ट देखना चाहते हैं तो आपको सिबिल स्कोर देखने के लिए इसकी आधिकारिक वेबसाइट cibil.com विजिट करनी होगी. आरबीआई के दिशा निर्देशों के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति साल में एक बार मुफ्त में अपना स्कोर देख सकता है. यदि आप भी अपने सिबिल स्कोर की समय-समय पर जांच करना चाहते हैं तो civil.com की वेबसाइट का प्रीमियम प्लान भी ले सकते हैं आप निश्चित रूप से प्रत्येक दिन सिविल स्कोर देखने के लिए स्वतंत्र होंगे. इसका प्रीमियम प्लान लेने हेतु आपको कुछ राशि का भुगतान करना होगा.
CIBIL Score खराब होने के क्या परिणाम हो सकते है ( CIBIL Score Check Here )
- आपका लोन अस्वीकार कर दिया जाएगा.
- ब्याज दर अधिक हो सकती है जिससे लोन लेना काफी महंगा साबित हो सकता है.
- क्रेडिट कार्ड मिलना मुश्किल हो सकता है या आपको क्रेडिट लिमिट कम मिलेगी.
- कुछ ऐसे मामलों में आपको नौकरी तक मिलना मुश्किल हो सकता है.
- अगर प्रीमियम या बीमा पॉलिसी रखते हैं तो आपको प्रीमियम का भुगतान अधिक करना पड़ सकता है.
CIBIL Score मे सुधार करने के तरीके
अगर आपका सिबिल स्कोर खराब हो चुका है और किसी कारणवश समय पर भुगतान नहीं होने अथवा क्रेडिट कार्ड का भुगतान नहीं करने की स्थिति में आपका सिविल स्कोर खराब हो गया है तो आप इसे सुधार भी सकते हैं. खराब सिविल होने की स्थिति में घबराने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इसके लिए आप अनुशासित वित्तीय आदतों को अपना कर सुधार कर सकते हैं. CIBIL Score Check Here
- EMI क्रेडिट का समय पर भुगतान करें. अगर आपने कोई लोन अथवा क्रेडिट कार्ड ले रखा है तो उसका भुगतान ऑटो डेबिट मोड पर रखें ताकि समय पर भुगतान हो सके.
- क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल हो सके तो कम से कम करें यानी क्रेडिट लिमिट का 30% से अधिक उपयोग करने का प्रयास नहीं करें.
- एक अच्छा क्रेडिट मिश्रण तैयार करें और सुरक्षित वह असुरक्षित लोन का संतुलित मिश्रण रखें और इस बात का भी ध्यान रखें कि केवल इसको सुधारने के लिए आप अनावश्यक वित्तीय व्यवहार न करें.
- बार-बार क्रेडिट के लिए आवेदन न करें. केवल तभी नए क्रेडिट के लिए आवेदन करें जब आपको इसकी वास्तव में ज्यादा आवश्यकता है. प्रत्येक हाई इंक्वारी आपके स्कोर को थोड़ा कम कर सकती है.
- पुराने क्रेडिट खातों को बंद कर दें और बकाया राशि का समय पर भुगतान कर लें.